भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ग्राहकों से लिए जाने वाले कस्टमर चार्ज और गैर बैंक एटीएम चार्ज में बढ़ोतरी कर दी है। इस पर डॉ कुमार विश्वास भड़कते दिख रहे हैं। एटीएम ट्रांजेक्शन पर कस्टमर चार्ज की बढ़ौतरी होने पर कवि कुमार विश्वास ने चुटकी लेते हुए कहा है कि एक बारी में ही सब खत्म क्यों नहीं कर देते? क्यों रोज रोज जलील करते हो? कुमार विश्वास ने ट्वीट कर अपना गुस्सा जाहिर किया और कहा- ‘सांस लेने पर ही लगा दो ना। झंझट ही ख़त्म करो एक बार में। क्यों रोज़-रोज़ ज़लील करती हो भाई? लोगों ने ख़ून-पसीने से चार पैसे कमाए तो कोई राजद्रोह का अपराध कर दिया हुज़ूर? ‘

बता दें, एटीएम से किसी महीने में फ्री लिमिट से ज्यादा का लेनदेन महंगा कर दिया गया है। RBI ने एटीएम ट्रांजेक्शन पर इंटरचेंज फीस बढ़ा दी है। जिसका मतलब है कि आप यदि अपने बैंक की जगह किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसा निकालते हैं तो फ्री लिमिट के बाद ट्रांजैक्शन के लिए आपको चार्जेस देने होंगे।

डॉ कुमार विश्वास के इस पोस्ट पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे। मोहित नाम के यूजर ने लिखा- ‘भैया एक बात बताओ, अगर एटीएम नहीं होता तो बैंक की लाइन में लग कर ही कैश निकाल के लाना था। जैसे आपके जमाने में होता था। अब अगर फैसिलीटी मिली है तो क्या तकलीफ है। एटीएम कहीं भी लगता है तो उस जगह का रेंट पे करना पड़ता है। रिस्क और वैन जो कैश कैरी करती है उसका चार्ज पे करना पड़ता है।’

एक यूजर ने कहा- ‘जब सब डिजिटल है तो कैश निकालना ही क्यों? रेस्टोरेंट में जाकर कुछ खाते हो तो 100 रुपए पे करते हो और वही चीज जब जोमाटो या स्वीगी से मंगवाते हो तो 30 रुपए डिलीवरी चार्च करते हो। तब तो तकलीफ नहीं होती आपको?’

बॉबी नाम के एक यूजर ने कहा- उनको दोष देना बेकार है, वे अपना काम उसी पेशेवर तरीके से कर रहे हैं, जिसकी उम्मीद थी। आशुतोष नाम के शख्स ने कहा- सर थोड़ा वित्तीय ज्ञान भी ले लीजिए। इस दुनिया में कुछ भी फ्री नहीं है। अपन खाते में ब्याज लेना छोड़ दो। फिर सब फ्री हो जाएगा।

कौशल नाम के एक यूजर बोला- खुली लूट है ये, एसएमएस चार्ज, ट्रांजेक्शन चार्ज, एटीएम चार्ज, ट्रांजेक्शन लिमिट, एनईएफजी, घर में रख नहीं सकते लुटने का डर ऊपर से मोदी जी का डर।