अयोध्या के विवि में बच्चों का शोषण:एनडी कृषि यूनिवर्सिटी में बच्चे कर रहे धान की रोपाई, कृषि फार्म पर खेती करते दो दर्जन बच्चों में बालिकाएं भी शामिल

अयोध्या3 वर्ष पहले
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अयोध्या की एनडी यूनिवर्सिटी में धान की रोपाई करते नाबालिग छात्र-छात्राएं। - Dainik Bhaskar
अयोध्या की एनडी यूनिवर्सिटी में धान की रोपाई करते नाबालिग छात्र-छात्राएं।

अयोध्या की एनडी यूनिवर्सिटी में रविवार को दो दर्जन बच्चों को धन का लालच देकर उनसे धान की रोपाई कराई गई l खास बात तो यह है कि सब पढ़ें...सब बढ़ें, बेटी पढ़ाओ...बेटी बचाओ जैसे नारे को पूरी तरह से भूलकर और जागरूकता का पाठ पढ़ाने वाले आचार्य नरेंद्र देव के नाम पर बने विश्वविद्यालय में इस तरह से नियमों को ताक पर रखा गया।

एनडी यूनिवर्सिटी का एग्रोनॉमी रिसर्च संस्थान जहां बच्चों से मजदूरी कराई गई
एनडी यूनिवर्सिटी का एग्रोनॉमी रिसर्च संस्थान जहां बच्चों से मजदूरी कराई गई

बालश्रम कानून को दिखाया गया ठेंगा

कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज के जिम्मेदार अधिकारी सरकार के बाल श्रम को समाप्त करने के अभियान को पलीता लगा रहे हैं। उन्होंने दो दर्जन छात्र और छात्राओं को विश्वविद्यालय परिसर में स्थित कृषि प्रक्षेत्र में धान की रोपाई में लगा दिया ।

एग्रोनॉमी रिसर्च संस्थान के कृषि फार्म है मामला

आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के एग्रोनॉमी रिसर्च संस्थान के कृषि फार्म पर सोमवार को धान की रोपाई का कार्य हो रहा था। जहां प्रक्षेत्र प्रभारी की ओर से धान रोपाई के लिए दो दर्जन नाबालिग बालक और बालिकाओं को धान की रोपाई के काम पर लगाया गया था।

भीड़ भी विश्वविद्यालय के अधिकारियों की इस मनमानी की तमाशबीन बनी रही

बच्चे पसीने से तरबतर कीचड़ में धान की पौध रोप रहे थे, जबकि विवि के अधिकारी कैंप में मुस्करा रहे थे l नाबालिक बालक-बालिकाओं के द्वारा एक सरकारी शैक्षणिक संस्थान में धान की रोपाई किया जाना चर्चा का विषय बना रहा। धान की रोपाई किए जा रहे स्थल के इर्द-गिर्द लोगों की भीड़ भी विश्वविद्यालय के अधिकारियों की इस मनमानी की तमाशबीन बनी रही। वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय सूत्रों का कहना है कि धान रोपाई के लिए ठेके की व्यवस्था के तहत ठेका दे दिया गया है।

जिम्मेदार बोले- कुछ बच्चे आ गए थे लेकिन उनके अभिभावक भी साथ

विश्वविद्यालय के एग्रोनॉमी रिसर्च संस्थान के कृषि फार्म प्रभारी डॉ. अनिल कुमार सिंह का कहना है कि मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। किसी तरह से धान की रोपाई जुलाई महीने में ही समाप्त करनी है। नाबालिग बच्चों से काम लिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम मान रहे हैं कुछ बच्चे धान की रोपाई करने आ गए होंगे लेकिन उनके अभिभावक भी साथ में मौजूद जरूर रहे होंगे।

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