World Test Championship: 1 अगस्त से शुरू होगा टेस्ट क्रिकेट का वर्ल्ड कप, जानिए क्या हैं नियम
इस बात में कोई शक नहीं है कि टेस्ट क्रिकेट किसी खिलाड़ी के लिए असली चुनौती होता है, लेकिन इसे अब भी दर्शकों के बीच लोकप ...अधिक पढ़ें
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वनडे क्रिकेट का वर्ल्ड कप खत्म हो चुका है. इस बार इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी पर क्रिकेट के जनक इंग्लैंड ने कब्जा जमाया है. अब बारी टेस्ट क्रिकेट के वर्ल्ड की है. जी हां, आपने सही सुना, टेस्ट क्रिकेट का वर्ल्ड कप. यानी आईसीसी की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2019-2021. इस बात में कोई शक नहीं है कि टेस्ट क्रिकेट किसी खिलाड़ी के लिए असली चुनौती होता है, लेकिन इसे अब भी दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाए रखना इतना आसान नहीं है. आईसीसी अब इस पहलू पर गौर करते हुए टेस्ट चैंपियनशिप का विचार लेकर आई है.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को लाने का आईसीसी का उद्देश्य टेस्ट क्रिकेट का वर्ल्ड कप आयोजित कराना था. इसका उद्देश्य ये सुनिश्चित करना भी था कि जिस तरह वनडे और टी-20 क्रिकेट का वर्ल्ड कप आयोजित होता है, उसी तरह टेस्ट क्रिकेट का वर्ल्ड कप भी कराया जाए. आईसीसी की ये टेस्ट चैंपियनशिप एक अगस्त से होने वाले ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के पहले एशेज टेस्ट से शुरू होकर 2021 तक चलेगी. 2021 में ही टेस्ट चैंपियनशिप के विजेता का फैसला होगा. तो आइए जानते हैं उन सवालों के जवाब, जो आपके मन में इस टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर उठ रहे हैं.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में खास क्या है?
यूं तो वर्ल्ड टेस्ट चैंपिनयनशिप का आयोजन का विचार ही अपने आप में बेहद खास है. इसके बावजूद कई और भी चीजें हैं जो इस चैंपियनशिप को काफी अलग बनाती है. इसी के तहत टेस्ट क्रिकेट में वनडे और टी-20 क्रिकेट की ही तरह खिलाड़ियों की जर्सी पर उनका नाम और नंबर लिखा होगा.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप एक अगस्त 2019 से शुरू होकर जून 2021 तक चलेगी.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से एशेज का क्या लेना-देना
जवाब है, एशेज और टेस्ट चैंपियनशिप में गहरा नाता है. दरअसल, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एक अगस्त से शुरू हो रहे पहले एशेज टेस्ट से ही हम ये बदलाव देख सकेंगे. एशेज सीरीज का पहला टेस्ट वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का भी पहला मैच होगा. दिलचस्प बात ये है कि ये चैंपियनशिप करीब दो साल तक चलेगी.
भारत-वेस्टइंडीज सीरीज भी इसका हिस्सा
भारत और वेस्टइंडीज के बीच होने वाली आगामी सीरीज के दौरान खेले जाने वाले दो टेस्ट मैच भी इस चैंपियनशिप का हिस्सा होंगे. एक तरह से ये दोनों टीमें इस सीरीज से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अपने अभियान की शुरुआत करेंगी.
किस तरह खेली जाएगी टेस्ट चैंपियनशिप
इस चैंपियनशिप की अवधि में शीर्ष नौ टॉप रैंकिंग वाली टीमों को आपसी सहमति से चुनी गईं प्रतिद्वंदी टीमों के साथ छह द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज खेलनी होंगी. इनमें से तीन सीरीज घरेलू मैदान पर होंगी, जबकि तीन विपक्षी टीम की जमीन पर. हर सीरीज दो से लेकर पांच तक कितने भी टेस्ट की हो सकती है, लेकिन हर टेस्ट सीरीज पर मिलने वाले अंक एक समान 120 ही रहेंगे. जो अंक दिए जाएंगे वो टेस्ट सीरीज के रिजल्ट पर नहीं होंगे, बल्कि सीरीज के हर मैच के आधार पर दिए जाएंगे.
अंकों का गणित ऐसे समझें
-अगर दो टेस्ट की सीरीज होती है तो पहले टेस्ट में मिली जीत पर 60 अंक दिए जाएंगे. (ये पूरी सीरीज में मिलने वाले अंक 120 का 50% हुआ).
-अगर तीन मैचों की सीरीज है तो जीत पर 40 अंक मिलेंगे. (120 का एक तिहाई).
-चार टेस्ट की सीरीज में जीत के लिए 30 अंक दिए जाएंगे. (120 का एक चौथाई)
-पांच टेस्ट की सीरीज में जीत के लिए 24 अंक मिलेंगे.
-टाई और बेनतीजा रहने पर दोनों टीमों को 30-30 अंक मिलेंगे. या फिर जीत पर मिलने वाले अंक के आधे अंक. (उदाहरण के लिए दो टेस्ट मैचों की सीरीज में जीत पर मिलने वाले 60 के आधे अंक हुए 30)
-मैच ड्रॉ रहने की सूरत में दोनों टीमों को 20-20 अंक (60 अंकों का एक तिहाई) मिलेंगे.
-मैच हारने वाली टीम को कोई अंक नहीं दिया जाएगा.
ये टीमें लेंगी हिस्सा : भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड टेस्ट चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी. जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को आईसीसी ने निलंबित कर दिया है, जबकि आयरलैंड और अफगानिस्तान इस दौरान आईसीसी के फ्यूचर टूर प्रोग्राम के तहत टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे.
वहीं, जो टीमें चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी वो चैंपियनशिप से इतर भी एक-दूसरे के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट खेलेंगी. जैसे कि इस साल नवंबर में दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड की टीम न्यूजीलैंड का दौरा करेगी. हालांकि इस सीरीज के अंक चैंपियनशिप में नहीं जुड़ेंगे.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में शीर्ष नौ टीमें छह टीमों के साथ द्विपक्षीय सीरीज खेलेंगी.
कैसे होगा विजेता का फैसला?
चैंपियनशिप के लीग चरण के अंत में जिन दो टीमों के सबसे ज्यादा अंक होंगे, वो जून 2021 में इंग्लैंड में इस टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलेंगी और उसमें जीतने वाली टीम क्रिकेट इतिहास के पहले टेस्ट वर्ल्ड कप की विजेता बनेगी.
टेस्ट चैंपियनशिप शुरू करने का लक्ष्य
युवाओं में टी-20 की बढ़ती लोकप्रियता से दर्शकों में टेस्ट क्रिकेट को लेकर आकर्षण कम हुआ है. लोगों में टेस्ट के लिए रुचि बढ़ाने के लिए डे-नाइट टेस्ट, चार दिवसीय टेस्ट जैसे प्रयोग किए जा रहे हैं. टेस्ट चैंपियनशिप भी इसी दिशा में उठाया गया अहम कदम है.
भारत ने चुनी हैं ये छह टीमें
अगस्त-सितंबर : वेस्टइंडीज दौरा (2 टेस्ट)
अक्तूबर : दक्षिण अफ्रीका (घरेलू जमीन पर 3 टेस्ट)
नवंबर : बांग्लादेश (घरेलू जमीन पर 2 टेस्ट)
फरवरी 2020 : न्यूजीलैंड दौरा (2 टेस्ट)
नवंबर 2020 : ऑस्ट्रेलिया दौरा (4 टेस्ट)
जनवरी-मार्च 2021 : इंग्लैंड (घरेलू जमीन पर 5 टेस्ट)
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Tags: Cricket, ICC, Test cricket