आर्टिकल डाउनलोड करें आर्टिकल डाउनलोड करें

मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन 50-90 प्रतिशत प्रजनन- आयु वाली महिलाओं के द्वारा अनुभव की जाने वाली एक सामान्य परेशानी है | मासिकधर्म के समय होने वाल दर्द, गर्भाशय की भित्ति में उपस्थित मांसपेशियों की ऐंठन के फलस्वरूप होता है जो कि व्यायाम के समय आपके शरीर की अन्य मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन के समान होता है | गर्भाशय में मांसपेशियों के तीव्र, लम्बे संकुचन से मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है | रक्तस्त्राव शुरू होने के सामान्यतः 1-2 दिन पहले से ऐंठन शुरू हो जाती है और फिर रक्तस्त्राव शुरू होने के 1-2 दिन के बाद कम हो जाती है | यह सामन्यतः पेट के निचले हिस्से में या पेल्विक भाग में अनुभव की जाती है जो तीव्र, रुक-रुक कर होने वाली और भिन्न-भिन्न तीव्रता वाली होती है | कभी-कभी यह धीमे दर्द के साथ लगातार भी अनुभव की जा सकती है | इसका दर्द पीठ, जांघों और पेट के ऊपरी भाग तक जा सकता है | इसके साथ ही महिलाएं सिरदर्द, थकान, मितली और दस्त भी अनुभव कर सकती हैं | I[१] [२] अगर आपको मध्यम से गंभीर प्रकार की ऐंठन होती हो तो यहाँ कुछ उपचार दिए गये हैं जिनके द्वारा आप मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन को कम कर सकती हैं |

विधि 1
विधि 1 का 4:

वैकल्पिक चिकित्सा और प्राकृतिक उपचारों का उपयोग करें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. ऐसे कई प्राकृतिक उपचार हैं जिनके बारे में अध्ययन किया गया है और उनके द्वारा मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन में राहत पाने में मदद मिली है | इनमे से सबसे सामान्य और आसान विधि है हीट का उपयोग करना | हीट, सामान्य रूप से मिलने वाली दर्द निवारक दवाओं जैसे इबुप्रोफेन (ibuprofen) या ऐसेटामिनोफेन (acetaminophen) के समान या उससे ज्यादा असरदार होती है |[३] हीट के द्वारा ऐंठन उत्पन्न करने वाली संकुचित मांसपेशियों को विश्राम मिलता है | आपको अपने पेट के निचले हिस्से में हीट लगाना चाहिए | आप अपनी पीठ के निचले हिस्से में भी हीट लगा सकते हैं | इसके लिए एक हीटिंग पैड या हीट पैच का उपयोग करें | हीट पैच चिपकने वाले, नॉन-मेडिकेटिड पैड होते हैं जो 12 घंटे से ज्यादा समय तक हीट देते हैं | इन्हें आप स्किन या कपड़ों पर लगा सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि पहले इनके निर्देश पढ़ लें |
    • हीट पैचेज विभिन्न आकारों, आकृति में और कहा जाता है कि विभिन्न उपयोगों के लिए आते हैं, हालाँकि आप मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन में किसी भी पैच का उपयोग कर सकते हैं | कुछ ब्रांड्स विशेषरूप से मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन के लिए पैच बनाते हैं, जैसे थर्माकेयर हीट व्रैप |
    • हीटिंग पैड की अपेक्षा पैचेज अधिक सुविधाजनक होते हैं क्योंकि ये पोर्टेबल होते हैं इसलिए आप इनको लगाकर कही भी जा सकते हैं |
    • अगर आपके पास हीटिंग पैड या हीटिंग पैच नहीं है तो आप गर्म पानी में डूबकर स्नान कर सकते हैं या एक गर्म शावर लेने से भी आपको विश्राम पाने और ऐंठन से राहत पाने में मदद मिल सकती हैं |
  2. अगर आपको विशेष रूप से लगातर बुरी ऐंठन बनी रहे तो विशेष प्रकार की व्यवहार सम्बन्धी रणनीति का सामना करना मददगार साबित हो सकता है | इन रणनीतियों में शिथिलीकरण प्रशिक्षण शामिल है जिसमे बारम्बार की जाने वाली गतिविधियों का उपयोग करते हैं जैसे गहरी सांस लेना, प्रार्थना पढ़ना या किसी शब्द या ध्वनी को दोहराना, साथ में अपने दिमाग को साफ़ रखना, ध्यान भटकने से रोकना और सकारात्मक व्यवहार अपनाना | ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से आपको विश्राम करने में और दर्द को दूर करने में मदद मिलती है |
    • सम्मोहन चिकित्सा एक अन्य विधि है जिसमें सम्मोहन का उपयोग शिथिलीकरण को प्रेरित करने, तनाव कम करने और दर्द में राहत पाने के लिए किया जाता है |
    • आप बायोफीडबैक को भी आजमा सकते हैं जो एक ऐसी विधि है जिसमे आप अपने शरीर के लक्षणों को नियंत्रित करने में प्रशिक्षित होने में मदद पाने के लिए, फिजियोलॉजिकल पैरामीटर्स जैसे हार्ट रेट, ब्लडप्रेशर और तापमान को शिथिलीकरण तकनीकों के साथ नियंत्रित करना सीखते हैं |[४] [५] [६]
  3. ध्यान हटाना एक सबसे शक्तिशाली और तुरंत उपलब्ध होने वाला दर्दनाशक है | अगर आपको तीव्र ऐंठन हो रही हो तो कुछ ऐसा करें जिससे यह दर्द सामान्य रूप से पूरी तरह से दूर हो जाये जैसे, अच्छे दोस्तों से मिलें, किताब पढ़ें, कंप्यूटर गेम खेंलें, मूवी या टीवी शो देखें या फेसबुक पर समय बिताएं |
    • ध्यान रखें कि कोई ऐसी चीज़ चुनें जिससे आपका ध्यान दर्द से हट जाये और आपका शरीर अन्य चीज़ों पर फोकस कर सके |
  4. एक्यूपंक्चर का उपयोग 2000 सालों से भी अधिक समय से दर्दनिवारक के रूप में किया जा रहा है | इस विधि में, बाल के समान पतली सुईयों को शरीर की विशेष जगह पर स्किन में लगायी जाती हैं | अधिकतर लोगों को सुई लगाने के कारण दर्द नहीं होता और कुछ महिलाओं की मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन का कम होना भी पाया गया है |
    • हालाँकि, ये कुछ लोगों के द्वारा ही कहा गया है, लेकिन इस पर किये गये अध्ययनों का अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है |[७]
  5. कभी-कभी प्रभावित हिस्से पर धीमा दबाव डालने से मदद मिलती है | लेट जाएँ और अपने पैर मोड़ लें | अपनी झुकने की स्थिति में अपनी कमर के निचले हिस्से और पेट की मालिश करें |[८]
    • ध्यान दें कि आपको बहुत ज्यादा दबाव नहीं डालना है अन्यथा दर्द में राहत मिलने की बजाय इसके कारण दर्द अधिक बढ़ जायेगा | ऐसा करने से मांसपेशियों को विश्राम मिलेगा और दर्द में राहत मिलेगी |
विधि 2
विधि 2 का 4:

डाइट और पोषण का उपयोग करें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. शोध करने पर पाया गया है कि विशेष प्रकार के विटामिन और पोषक पदार्थों के सप्लीमेंट प्रतिदिन लेने पर मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन को कम करने में मदद कर सकते हैं | इसकी प्रक्रिया समझ से परे है, लेकिन कई आहार-सम्बन्धी सप्लीमेंट के द्वारा मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन का कम होना पाया गया है | प्रतिदिन 500 यूनिट विटामिन ई, 100 मिलीग्राम विटामिन बी1, 200 मिलीग्राम विटामिन बी6 लें और डॉक्टर के द्वारा बताई गयी मात्रा में विटामिन डी3 लें |
    • अगर आप अपनी डाइट में ये सभी विटामिन्स पर्याप्त मात्रा में लेते हैं तो एक ब्लड टेस्ट करा सकते हैं और उसके अनुसार सप्लीमेंट लेने की योजना बना सकते हैं |
    • आप फिश आयल या कॉड लीवर आयल के सप्लीमेंट ले सकते हैं |[९] </ref>
  2. एक अध्ययन के अनुसार दर्शया गया है कि सब्जियों की भरपूर मात्रा और फैट की कम मात्रा वाले भोजन मासिकधर्म सम्बन्धी दर्द को कम करने में मदद करते हैं |[१०] आपको हरी पत्तेदार सब्जियां खाना चाहिए जिनमे विटामिन ए,सी,ई,बी,के,और फोलेट (folates) की भरपूर मात्रा पाई जाती है | बहुत कुछ सप्लीमेंट के समान ही ये विटामिन और मिनरल्स मासिकधर्म के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं | ये भोज्य पदार्थ पोषक तत्वों को प्रदान करके नयी लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करके मासिकधर्म में होने वाले रक्तस्त्राव के कारण होने वाली रक्ताल्पता या एनीमिया से बचाने में भी मदद करते हैं |
    • मासिकधर्म के समय भी आपको अपना आयरन अंतर्ग्रहण बढ़ाना चाहिये | आप लीन मीट खा सकती हैं या सप्लीमेंट ले सकती हैं जिससे मासिकधर्म सम्बन्धी रक्ताल्पता से बचने में मदद मिल सकती है |
    • हरी सब्जियों और बेरीज में भी एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो ब्लोटिंग सम्बन्धी सूजन से लड़ने में एक अहम भूमिका निभा सकती है |
    • एक अन्य अध्ययन दर्शाया गया कि जो महिलाएं नियमित रूप से प्रतिदिन 3-4 बार दूध या दूध से बनी हुई चीज़ें खाती थी, उनमे ऐंठन की दर कम पाई गयी | अगर बहुत अधिक डेरी प्रोडक्ट्स खाने या पीने से आपको ब्लोटिंग या गैस की समस्या होती हो तो आपको बहुत अधिक मात्रा में डेरी प्रोडक्ट्स नहीं खाने चाहिए |[११]
  3. विभिन्न प्रकार की चाय ऐंठन से राहत दिलाने में मदद कर सकती हैं | चाय चुनते समय ध्यान रखें कि आप चाय का डिकैफीनेटेड प्रकार चुनें जिससे आप कैफीन के कारण ऐंठन के बढ़ने से चाय के राहतकारी प्रभावों को खो न दें | रास्पबेरी, केमोमाइल और अदरक वाली चाय ऐठन से राहत दिलाने के लिए सूजन विरोधी क्षमतायें रखती हैं |[१२] [१३] .
    • आपको कैफीन युक्त चाय पीने से बचना चाहिए क्योंकि कैफीन घबराहट और तनाव को बढाती है जिससे आपकी ऐंठन विकराल रूप धारण कर सकती हैं |
    • इससे आपको हाइड्रेटेड रहने में भी मदद मिल सकती है |
  4. अल्कोहल के कारण जल संचय और ब्लोटिंग या गैस हो सकती है | तम्बाकू में पाये जाने वाले निकोटिन के कारण तनाव बढ़ सकता है और इसके कारण वाहिकाएं संकरी हो सकती हैं जिसे वहिकासंकीर्णन या वासोकांस्ट्रिकशन कहते हैं | ऐसा होने पर गर्भाशय में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और ऐंठन और बढ़ जाती है |[१४]
विधि 3
विधि 3 का 4:

शारीरिक गतिविधियाँ करें

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. व्यायाम मासिकधर्मसम्बन्धी लक्षणों जिनमे सामान्य रूप से ऐंठन होती है, में राहत दिलाने में मदद कर सकता है | व्यायाम करने से एंडोर्फिन निकलते हैं जो प्राकृतिक दर्द निवारक हैं | एंडोर्फिन आपके शरीर में प्रोस्टाग्लैंडीन को प्रभावहीन करने में भी मदद करते हैं जिनके कारण संकुचन और दर्द होता है | इसी कारण, शारीरिक गतिविधियाँ ऐंठन से राहत देने में मदद कर सकती हैं |[१५]
    • विभिन्न प्रकार की एरोबिक एक्सरसाइज करें जैसे, टहलना, दौड़ना, साइकिल चलाना, तैरना, या एक जिम की क्लास में जाएँ |
  2. स्ट्रेचिंग करने से आपकी मांसपेशियों को शिथिल करने में मदद मिलती है और ऐंठन कम हो जाती है | जमीन पर बैठें और पैर दूर-दूर फैलाएं | अपना टखना या पंजे पकड़ने के लिए आगे की ओर स्ट्रेच करें | अपनी पीठ सीधी रखते हुए सांस लें | कुछ बार सांस लेने के बाद, वापस जमीन की ओर झुकें |
    • आप अन्य साधारण स्ट्रेच भी आजमा सकते हैं जिनमे आप अपनी पीठ या पेट को स्ट्रेच करें जो निर्भर करता है कि सबसे ज्यादा कौन सा हिस्सा पीड़ादायक है |
  3. कुछ महिलाएं कामोत्तेजना के साथ मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन से राहत अनुभव करती हैं | इसके पीछे का कारण सही रूप से नहीं समझा जा सकता, लेकिन कामोत्तेजना के समय कुछ एंडोर्फिन निकल सकते हैं जो ऐसा कुछ करते हों | बहुत कुछ व्यायाम के समान ही कामोत्तेजना के समय निकलने वाले एंडोर्फिन मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन और सूजन में राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं | [१६]
  4. एरोबिक एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग के समान ही योगा शरीर को शिथिल करने और कमर, पैर और पेट में होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं | जब आप मासिकधर्म सम्बन्धी ऐंठन को अनुभव करना शुरू कर दें, तब आप योगा की विभिन्न मुद्राओं के द्वारा अपने दर्द को कम कर सकते हैं | शुरू करने से पहले, आरामदायक वस्त्र पहनें और शांतिदायक संगीत चलायें |
    • आप सिर को घुटने पर आगे की ओर मोड़ सकती हैं | जमीन पर बैठें और अपने पैरों को अपने सामने फैलाएं | एक पैर को अंदर की ओर खींचें और इसे 90 डिग्री पर मोड़ें जिससे आपके पैर का तलवा आपकी जांघ पर अंदर की ओर रखा जायेगा | सांस भरें और अपना टखना या पैर पकड़ें | अपने धड़ को अपने पैर के ऊपर पैर के निचले हिस्से की ओर खींचें | सांस छोड़ें और पेट और जाँघों के बीच के हिस्से से या ऊसंधी से नीचे की ओर झुकें | मुद्रा धारण करते समय, एड़ी के द्वारा पैर सीधा करते समय और नितम्बों को जमीन की ओर दबाते समय साँस लेते रहें और इस मुद्रा को 1-3 मिनट तक धारण करें, इसके बाद दूसरी ओर इसे करें |
    • आप ऊंट मुद्रा भी आजमा सकती हैं | अपने घुटनों के बल बैठें और कूल्हों को चौड़ा करें | ध्यान रखें कि आपकी शिन बोन और पैरों के पंजे जमीन पर हल्का दबाव डालें | अपनी हथेलियाँ अपने नितम्बों के ऊपरी भाग पर रखें और अंगुलियाँ नीचे की ओर हों | सांस भरें, अपनी छाती को ऊपर उठायें और कन्धों को पसलियों की ओर नीचे की ओर लायें | सांस छोड़ें, और फिर कूल्हों को ऊपर की ओर मोड़ें और एक घुमाव दें | खुद को स्थिर रखने के लिये, अपने हाथों को अपनी एड़ियों पर रखें | छाती को ऊपर उठायें | 30-60 सेकंड तक जल्दी-जल्दी सांस लें |[१७]
विधि 4
विधि 4 का 4:

चिकित्सीय सहायता अपनाएं

आर्टिकल डाउनलोड करें
  1. नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) जैसे इबुप्रोफेन (ibuprofen) या नाप्रोक्सेन (naproxen) दर्द्युक्त माहवारी की ऐंठन में दी जाने वाली पहले दर्जे की दवाएं हैं | ये दवाएं ऐंठन उत्पन्न करने वाले संकुचनों को बंद करने का काम करती हैं | इन् दोनों में से इबुप्रोफेन सबसे सामान्य है | आप इबुप्रोफेन की 400-600 मिलीग्राम की खुराक हर 4-6 घंटे में या 800मिलीग्राम की खुराक हर 8 घंटे में प्रतिदिन 2400 मिलीग्राम के अधिकतम डोज़ के साथ ले सकती हैं |
    • जैसे ही आपको लक्षणों के शुरू होने की अनुभूति हो, जल्दी से जल्दी इन्हें लेना शुरू कर देना चाहिए और ज़रूरत होने पर अपने डोज़ को 2-3 दिन तक लेते रहना चाहिए जो आपके लक्षणों के पैटर्न पर निर्भर करता है |
    • इबुप्रोफेन के ब्रांड जैसे एडविल (advil) या मोट्रीन (motrin) को आजमायें | आप नाप्रोक्सेन के ब्रांड्स जैसे एलेवे (aleve) को भी आजमा सकती हैं |[१८]
  2. अगर प्राकृतिक उपचार, डाइट और पोषण, व्यायाम, और एनएसएआईडी संतोषजनक रूप से ऐंठन में लाभ न पहुंचाएं तो आपके लिए हार्मोनल बर्थ कण्ट्रोल एक बेहतर उपाय हो सकते हैं | इनके कई रूप और प्रकार होते हैं जो माहवारी को हल्का और कम पीड़ादायक बनाने में प्रभावशाली हो सकते हैं |
    • आपके द्वारा चुनी जाने वाली विधि आपके सामान्य स्वास्थ्य, यौन अभ्यास और व्यक्तिगत और आर्थिक स्थिति के आधार पर निर्भर करती है | अपने डॉक्टर से अपने लिए उचित विकल्प के बारे में पूछें |[१९]
  3. ये मुख द्वारा ली जाने वाली हार्मोनल बर्थ पिल्स हैं जिन्हें आप रोज़ ले सकती हैं | चूँकि इन्हें लेने पर आपका नियंत्रण होता है इसलिए आप जब चाहें इन्हें लेना बंद कर सकती हैं | इनका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, आसानी से उपलब्ध होती हैं और अपेक्षाकृत कम महंगी होती हैं | परन्तु, ये आपको परेशान कर सकती हैं क्योंकि इन्हें प्रतिदिन नियत समय पर ही लेना होता है |[२०]
  4. पैचेज भी पिल्स की तरह ही काम करते हैं | इन्हें पिल्स के समान ही मासिक रूप से लगाया जाता है और आसानी से इनका उपयोग बंद किया जा सकता है |
    • ये दुर्घटनावश गिर भी सकते हैं, जो विशेष जगहों पर लगाने पर आसानी से दिखाई देते हैं |[२१]
  5. अगर आप पिल्स या पैचेज का उपयोग नहीं करना चाहतीं तो आप वेजाइनल रिंग धारण कर सकती हैं | ये हार्मोनल बर्थ कण्ट्रोल का एक रूप हैं जिन्हें महीने में एक बार बदलना पड़ता है और जब आपको इनकी और ज़रूरत न हो तो इन्हें आसानी लगाना बंद कर सकती हैं | इन्हें पिल्स या पैचेज की अपेक्षा अधिक निजी माना गया है क्योंकि हर किसी की नज़र के सामने पिल्स या पैचेज के उपयोग किताढ़ आप इनका उपयोग नहीं कर सकतीं |
    • ये यौन गतिविधियों के समय दुर्घटनावश निकल सकती है और यह एक नियमित मासिक खर्च है |[२२]
  6. अगर आपको अन्य कोई उपाय अच्छे न लगें तो आप हार्मोनल इंजेक्शन ले सकते हैं | ये अधिक सुविधाजनक होते हैं क्योंकि ये प्रत्येक तीन महीनों में एक बार दिए जाते हैं, लेकिन इन्हें हर बार लगवाना ज़रूरी होता है | परन्तु, अन्य विकल्पों की अपेक्षा इनके बहुत बुरे साइड इफेक्ट्स होते हैं | आपके पीरियड्स बंद हो सकते हैं और इनके उपयोग को बंद करने के एक साल से भी ज्यादा समय के बाद आप फर्टाइल हो सकती हैं |
    • इस उपाय के परिणामस्वरूप वज़न बढ़ सकता है |[२३]
  7. एक हार्मोनल बर्थ कण्ट्रोल इम्प्लांट (hormonal birth control implant) अपनाएं: माहवारी के कारण होने वाली ऐंठन को नियंत्रित करने के लिए इम्प्लान्ट्स अधिक स्थायी उपाय हैं | एक बार इन्हें लगवाने के बाद, ये 3-5 सालों तक टिके रहते हैं | इनकी लम्बी उम्र के बावजूद एक बार आपके द्वारा इम्प्लांट को हटवाने के बाद ये आसानी से प्रतिवर्ती (reversible) हो जाते हैं |
    • इन्हें लगवाने की प्रक्रिया थोड़ी पीड़ादायक हो सकती है, लेकिन इन्हें आपको कुछ सालों में सिर्फ एक बार लगवाना होता है |[२४] इम्प्लांट करने के कारण रेगुलर ब्लीडिंग हो सकती है |
  8. इंट्रायूटेराइन डिवाइस (आईयूडी) के बारे में सोचें: अगर आपको इम्प्लांट कराना सही न लगे तो आप लम्बे समय तक चलने वाले उपाय आईयूडी को आज़मा सकती हैं | ये डिवाइसेस तीन से पांच सालों तक प्रभावी रहती हैं और इनसे बहुत कम साइड इफेक्ट्स होते हैं |
    • अगर आपको एसटीडी या सेक्सुअल ट्रांसमिटेड डिजीज हों तो इसे अंदर डालने के 30 दिन बाद पेल्विक संक्रमण की सम्भावना बढ़ सकती है | आईयूडी को निकालने के तुरंत बाद फर्टिलिटी वापस आ जाती है |
  9. अगर आपको सामान्य की अपेक्षा अधिक गंभीर ऐंठन हो, आपको असामान्य लगे और अगर आपकी ऐंठन का समय और स्थिति भिन्न-भिन्न हो तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए | अगर ऐंठन 2-3 दिनों से ज्यादा बनी रहे तो भी आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए | यह भी हो सकता है कि आपकी ऐंठन सेकेंडरी डिसमेनोरिया (secondary dysmenorrhea) के कारण हो सकते हैं जो किसी विशेष रोग या विकार के कारण होने वाले अधिक गंभीर प्रकार की माहवारी से सम्बंधित ऐंठन होती है |[२५]
    • कुछ विशेष प्रकार के प्रजनन सम्बन्धी विकार होते हैं जिनके कारण सेकेंडरी डिसमेनोरिया होता है | इन विकारों में शामिल हैं- एंडोमेट्राटिस, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज, सर्विक्स की स्टेनोसिस और गर्भाशय की भित्ति पर होने वाले ट्यूमर |[२६]
    • अगर आपके डॉक्टर आपमें इनमे से किसी विकार को पाते हैं तो वे आपका एक शारीरिक परीक्षण और कुछ टेस्ट कराएँगे जिससे पता चल सके कि सबसे अधिक सम्भावना किस रोग के होने की है | वे आपका एक पेल्विक परीक्षण करेंगे और आपके प्रजनन अंगों में होने वाली किसी भी प्रकार की विकृति या संक्रमण को पता लगायेंगे | वे आपका एक अल्ट्रासाउंड, सी टी स्कैन, या एमआरआई भी करा सकते हैं | कुछ केसेस में डॉक्टर लेप्रोस्कोपी भी कर सकते हैं जो की ओपीडी में की जा सकती है और इसमें एक कैमरा सर्जिकल रूप से इन्सर्ट किया जाता है जिससे उदरगुहा और प्रजनन अंगों का परीक्षण किया जाता है |[२७]

सलाह

  • अगर आपको असामान्य तेज़ ऐंठन हो या ऐसा लगे कि इससे और परेशानी हो सकती है तो अपने लक्षणों के बारे में किसी चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लें | ऐंठन अन्य विकार का चिन्ह हो सकती है जिनका इलाज़ करने की ज़रूरत पड़ सकती है, जैसे एन्डोमेट्रिओसिस (endometriosis), एडेनोमायोसिस (adenomyosis), यूटेराइन फाइब्रोइड (uterine fibroids), पेल्विक इन्फ्लेमेटरी (pelvic inflamatory) रोग (PID), जन्मजात विकृतियाँ या कैंसर |
  • अन्य चिन्ह और लक्षण जिनमे आपको तुरंत चिकित्सीय देखभाल की ज़रूरत होती है, उमने शामिल हैं- बुखार, उल्टी, बहुत ज्यादा माहवारी ब्लीडिंग होना जिसमे हर दो घंटे में पैड बदलना पड़ें, चक्कर या बेहोशी आना, अचानक तीव्र दर्द होना, आपकी सामान्य माहवारी की अपेक्षा भिन्न प्रकार का दर्द होना, असामान्य वेजाइनल डिस्चार्ज होना और यौन क्रियाओं के समय दर्द होना |
  • लेटकर गर्म पानी की बोतल से पेट की सिकाई करने की कोशिश करें | कुछ मनमोहक देखकर, पढ़कर और कुछ करके अपना ध्यान दर्द से हटायें |
  • पोटैशियम युक्त भोज्य पदार्थों को अधिक खाएं जैसे, केला |
  • पेट के बल लेटें या करवट लेकर घुटने मोड़कर सोने की कोशिश करें |
  • लम्बे समय तक शावर लें | हालाँकि, यह आपको पानी की बर्बादी लग सकती है लेकिन यह पेट के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है |
  • गर्म चाय पीने से भी दर्द में कमी आ सकती है |
  • एक टॉवल को गर्म पानी में भिगोकर ऐंठन वाले स्थान पर लगाने से ऐठन कम करने में मदद मिल सकती है |
  • व्यायाम एक अच्छी राहत पहुँचाने वाली विधि है, लेकिन कभी-कभी बुरी ऐंठन में इसे करना बहुत मुश्किल हो जाता है | इस स्थिति में व्यायाम के स्थान पर आप चाय और गर्म शावर जैसे विकल्पों का उपयोग कर सकती हैं |

संबंधित लेखों

योनि के बाल हटाएँयोनि के बाल हटाएँ
वीट (veet) का इस्तेमाल करें
योनि को धोएँयोनि को धोएँ
मुलायम और चमकदार बाल पाएं (घरेलू नुस्खे)मुलायम और चमकदार बाल पाएं (घरेलू नुस्खे)
अपने चेहरे को साफ रखेंअपने चेहरे को साफ रखें
फोटो खिंचवाने के लिए आकर्षक पोज़ देंफोटो खिंचवाने के लिए आकर्षक पोज़ दें
अपनी थाइस (thighs) या जांघों को मोटा बनाएं
शरीर की मालिश (malish, body massage) करें
अपनी इनसीम (inseam) नापेंअपनी इनसीम (inseam) नापें
गोरा रंग पायें (Kaise, Gora, Rang, Desi, Nuskhe, Kare)गोरा रंग पायें (Kaise, Gora, Rang, Desi, Nuskhe, Kare)
रोमांटिक मसाज (massage) करेंरोमांटिक मसाज (massage) करें
टोनर इस्तेमाल करें (Use Toner)टोनर इस्तेमाल करें (Use Toner)
मुँह से आने वाली शराब की बदबू (अल्कोहोल ब्रेथ) को दूर करेंमुँह से आने वाली शराब की बदबू (अल्कोहोल ब्रेथ) को दूर करें
खुद से अपनी लम्बाई नापेंखुद से अपनी लम्बाई नापें

रेफरेन्स

  1. Smith RP, Kaunitz AM. “Primary dysmenorrhea in adult women: Clinical features and diagnosis.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/primary-dysmenorrhea-in-adult-women-clinical-features-and-diagnosis?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=3~150
  2. Banikarim, Chantay. “Primary dysmenorrhea in adolescents.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/primary-dysmenorrhea-in-adolescents?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=2~150
  3. Smith RP, Kaunitz AM. “Treatment of primary dysmenorrhea in adult women.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/treatment-of-primary-dysmenorrhea-in-adult-women?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=1~150.
  4. Smith RP, Kaunitz AM. “Treatment of primary dysmenorrhea in adult women.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/treatment-of-primary-dysmenorrhea-in-adult-women?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=1~150
  5. Strada EA, Portenoy RK. “Psychological, rehabilitative, and integrative therapies for cancer pain.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/psychological-rehabilitative-and-integrative-therapies-for-cancer-pain?source=search_result&search=imagery&selectedTitle=1~44
  6. Wichman S, Sharar SR. “Burn pain: Principles of pharmacologic and nonpharmacologic management.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/burn-pain-principles-of-pharmacologic-and-nonpharmacologic-management?source=search_result&search=imagery&selectedTitle=2~44
  7. http://www.onemedical.com/blog/live-well/from-our-acupuncturist-6-ways-to-reduce-period-pain/
  8. http://www.webmd.com/women/menstrual-cramps?page=2#
  9. Smith RP, Kaunitz AM. “Treatment of primary dysmenorrhea in adult women.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/treatment-of-primary-dysmenorrhea-in-adult-women?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=1~150
  1. Smith RP, Kaunitz AM. “Treatment of primary dysmenorrhea in adult women.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/treatment-of-primary-dysmenorrhea-in-adult-women?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=1~150
  2. Smith RP, Kaunitz AM. “Treatment of primary dysmenorrhea in adult women.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/treatment-of-primary-dysmenorrhea-in-adult-women?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=1~150
  3. http://www.medicaldaily.com/menstrual-cramps-6-home-remedies-247558
  4. http://www.onemedical.com/blog/live-well/from-our-acupuncturist-6-ways-to-reduce-period-pain/
  5. http://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/menstrual-cramps/basics/lifestyle-home-remedies/con-20025447
  6. Smith RP, Kaunitz AM. “Treatment of primary dysmenorrhea in adult women.” UpToDate. <http://www.uptodate.com/contents/treatment-of-primary-dysmenorrhea-in-adult-women?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=1~150>.
  7. Smith RP, Kaunitz AM. “Treatment of primary dysmenorrhea in adult women.” UpToDate. http://www.uptodate.com/contents/treatment-of-primary-dysmenorrhea-in-adult-women?source=search_result&search=menstrual+cramps&selectedTitle=1~150
  8. http://www.active.com/yoga/articles/4-yoga-poses-to-ease-menstrual-cramps
  9. http://www.webmd.com/women/menstrual-cramps?page=2
  10. http://www.plannedparenthood.org/learn/birth-control
  11. http://www.webmd.com/women/menstrual-cramps?page=2
  12. http://www.plannedparenthood.org/learn/birth-control/birth-control-patch-ortho-evra
  13. http://www.plannedparenthood.org/learn/birth-control/birth-control-vaginal-ring-nuvaring
  14. http://www.plannedparenthood.org/learn/birth-control/birth-control-shot-depo-provera
  15. http://www.plannedparenthood.org/learn/birth-control/birth-control-implant-implanon
  16. http://www.medicinenet.com/menstrual_cramps/page7.htm#what_is_the_treatment_of_secondary_dysmenorrhea
  17. http://www.webmd.com/women/menstrual-cramps?page=2
  18. http://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/menstrual-cramps/basics/tests-diagnosis/con-20025447

विकीहाउ के बारे में

Lacy Windham, MD
सहयोगी लेखक द्वारा:
ओब्सटेट्रिशियन & गायनेकोलॉजिस्ट
यह आर्टिकल लिखा गया सहयोगी लेखक द्वारा Lacy Windham, MD. डॉ. विंडहैम टेनेसी में एक बोर्ड सर्टिफाइड ओब्सटेट्रिशियन & गायनेकोलॉजिस्ट है। उन्होंने 2010 में ईस्टर्न वर्जीनिया मेडिकल स्कूल में अपनी डिग्री पूरी की, जहाँ उन्हें मोस्ट आउटस्टैंडिंग रेजिडेंट का अवार्ड मिला। यह आर्टिकल ५,१५८ बार देखा गया है।
सभी लेखकों को यह पृष्ठ बनाने के लिए धन्यवाद दें जो ५,१५८ बार पढ़ा गया है।

यह लेख ने कैसे आपकी मदद की?